अमेरिका में सरकारी स्वामित्व वाले सभी गैजेट्स में टिकटॉक (TikTok Ban) पर बैन लगा दिया गया है. कुछ दिनों पहले ही राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देते हुए अमेरिका की सीनेट ने इसको लेकर एक बिल भी पास किया था. इस बिल में सरकारी कर्मचारियों द्वारा उनके गैजेट्स में टिकटॉक इस्तेमाल करने पर बैन लगाने की बात कही गई थी. अमेरिकी सरकार टिकटॉक को चीन की कम्युनिस्ट पार्टी का खतरनाक वायरस बताती है.
टिकटॉक को तत्काल हटाए जाने के निर्देश
सदन के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी के अनुसार, सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए सासंदों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले गैजेट्स पर टिकटॉक बैन किया जा रहा है. हालांकि अमेरिका के आम नागरिकों पर यह प्रतिबंध लागू नहीं होगा. सरकारी गैजेट्स से शॉर्ट वीडियो प्लेटफॉर्म टिकटॉक को तत्काल हटाए जाने के निर्देश दिए गए हैं. पिछले हफ्ते, सदन ने एक विधेयक भी पारित किया जिसमें टिकटॉक को संघीय उपकरणों से प्रतिबंधित करने का प्रावधान शामिल है.
टिकटॉक का नियंत्रण चीनियों के हाथ में
हाल ही में अमेरिका के संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) के निदेशक क्रिस रे ने कहा था कि इस वीडियो शेयरिंग एप का नियंत्रण चीन सरकार के हाथों में है, जिसके मूल्य हमारे जैसे नहीं हैं. रे ने कहा था कि एफबीआई चिंतित है कि ऐप प्रणाली का नियंत्रण चीनियों के हाथ में है जो चीजों में हेरफेर कर सकते हैं. अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी कई बार टिकटॉक पर बैन लगाने की बात कही थी.
2020 से भारत में बैन है TikTok
भारत में 2020 में सुरक्षा कारणों की वजह से टिकटॉक और हैलो सहित चीन के 59 ऐप को बैन किया गया था. उस वक्त देश में TikTok न केवल युवाओं की पहली पसंद था बल्कि इसने रातों रात वीडियो बनाने वाले सैकड़ों युवाओं को स्टार बना दिया था.