जापान को उसकी टेक्नोलॉजी और उसकी सांस्कृतिक विरासत के लिए जाना जाता है. आए दिन वहां नए-नए इनोवेशन होते रहते हैं. लेकिन जापान अभी एक बड़ी समस्या का सामना कर रहा है. ये है तेजी से गिरती जन्म दर. इस मुद्दे को हल करने के लिए, जापानी सरकार ने इस गर्मी में "टोक्यो फुटारी स्टोरी" नाम का एक डेटिंग ऐप लॉन्च करने की तैयारी की है. इस पहल का उद्देश्य युवाओं को फैमिली प्लानिंग और बच्चे पैदा करने के लिए प्रोत्साहित करना है. ये प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा की सरकार की व्यापक रणनीति का हिस्सा है.
बूढी हो रही जापान की जनसंख्या
दरअसल, जापान की जनसंख्या तेजी से बूढ़ी हो रही है और जन्म दर में दशकों से गिरावट आ रही है. 2022 में, जापान में जन्म लेने वालों संख्या 8 लाख के आसपास थी जबकि मरने वालों की संख्या 12 लाख थी. ये दिखाता है कि आखिर किस तरह से जापान की जनसंख्या सिकुड़ रही है और बूढी हो रही है. इससे सामाजिक-आर्थिक चुनौतियां पैदा हो रही हैं.
सरकार ला रही डेटिंग ऐप?
जनसांख्यिकीय संकट के जवाब में, जापानी सरकार "टोक्यो फुटारी स्टोरी" लॉन्च कर रही है. ये एक डेटिंग ऐप है जिसका उद्देश्य युवाओं को पार्टनर ढूंढने में मदद करना है. यह ऐप जापानी नागरिकों के लिए परिवार शुरू करना आसान और ज्यादा आकर्षक बनाने के उद्देश्य से किए गए उपायों का ही एक हिस्सा है. लेकिन डेटिंग ऐप क्यों?
1. सामाजिक बाधाओं को दूर करना: जापान में, पार्टनर की खोज करना और उसके लिए मिलना-जुलना काफी कम हो गया है. अरेंज मैरिज के लिए दोस्तों या उनके परिवारों से मिलने का चलन भी घटता जा रहा है. कई युवा अपने बिजी वर्क शेड्यूल और सामाजिक दबाव के कारण पार्टनर से मिलने झिझकते हैं. ऐसे में एक डेटिंग ऐप सिंगल लोगों को एक दूसरे से जुड़ने में मदद करेगा.
2. टेक्नोलॉजी का फायदा: जापान को उसकी टेक्नोलॉजी के लिए जाना जाता है. डिजिटल प्लेटफॉर्म का उपयोग टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में उसकी तरक्की को दिखाता है. युवा भी ज्यादातर आज टेक्नोलॉजी से जुड़े हुए हैं. ऐसे में ऐप का उद्देश्य सिर्फ डेटिंग की सुविधा देना नहीं है बल्कि सीरियस रिलेशनशिप को बढ़ावा देना है जिससे नए रिश्ते बन सकें और शादियां हो सकें. ऐसे में सरकार एक फ्रेंडली माहौल देना चाहती है.
जन्म दर को बढ़ावा देने के लिए दूसरी सरकारी पहल
डेटिंग ऐप घटती जन्म दर से निपटने के लिए इससे पहले भी कई पहल की जा चुकी हैं. जैसे-
1. परिवारों के लिए वित्तीय सहायता: सरकार ने बच्चों वाले परिवारों के लिए वित्तीय सहायता बढ़ा दी है, इसमें माता-पिता को सीधे पेमेंट, बच्चे के पालन-पोषण की लागत के लिए सब्सिडी और टैक्स बेनिफिट शामिल हैं. ये उपाय बच्चों के पालन-पोषण के वित्तीय बोझ को कम करने के लिए डिजाइन किए गए हैं, जिससे परिवारों को ज्यादा बच्चे पैदा करने के लिए सहायता दी जा सके.
2. माता-पिता की छुट्टी की पॉलिसी: जापान बच्चे के जन्म के बाद माता और पिता दोनों को छुट्टी लेने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए अपनी पैरेंटल लीव पॉलिसी को बढ़ा रहा है. इसका लक्ष्य पालन-पोषण में लैंगिक समानता को बढ़ावा देना और माता-पिता को बच्चों के पालन-पोषण की जिम्मेदारी साझा करने की अनुमति देना है. इन नीतियों का उद्देश्य महिलाओं के लिए बच्चे पैदा करने के बाद वर्कस्पेस में लौटना आसान बनाना भी है.
3. वर्क लाइफ बैलेंस: सरकार कंपनियों को ज्यादा फेल्क्सिबले वर्क एनवायरनमेंट देने के लिए प्रोत्साहित कर रही है. इसमें टेलीवर्क को बढ़ावा देना, फ्लेक्सिबल घंटे और ओवरटाइम को कम करना शामिल है. सरकार को उम्मीद है कि लोगों के लिए अपने करियर और पारिवारिक जिम्मेदारियों को बैलेंस करना आसान हो जाएगा.