कैलिफोर्निया की भारतीय मूल की महिला,अंजलि जो अपना जन्मदिन मनाने के लिए मैक्सिको गई थी, दो ड्रग-पेडलिंग गिरोहों के बीच गोलीबारी में मारी गईं. यह घटना 20 अक्टूबर को मैक्सिको के टुलम के एक रेस्तरां में घटित हुई. अंजलि, एक ट्रैवल ब्लॉगर थीं. 22 अक्टूबर को उनका जन्मदिन था. अपने जन्मदिन से पहले वह सोमवार को टुलम पहुंची थी. अंजलि जुलाई से लिंक्डइन के लिए एक सीनियर साइट रिलाइबिलिटी इंजीनियर के रूप में काम कर रही थी. वह इससे पहले याहू में काम कर रहीं थी.
जर्मन पर्यटक जेनिफर की भी हुई मौत
स्पेनिश अखबार एल पेस के अनुसार, 20 अक्टूबर की रात करीब 10:30 बजे, अंजलि और चार अन्य पर्यटक ला मालकेरिडा रेस्तरां की छत पर भोजन कर रहे थे. तभी असॉल्ट राइफलों से लैस चार लोगों ने अंजलि के बगल की एक मेज पर बैठे लोगों पर गोलियां चला दीं. इस मुठभेड़ में वहां स्थित पर्यटकों को भी गोलियां लगीं. इस घटना में अंजलि और एक जर्मन पर्यटक, जेनिफर की मौत हो गई जबकि जर्मनी और नीदरलैंड के तीन अन्य लोग घायल हो गए. अधिकारियों ने जानकारी दी कि यह गोलीबारी ड्रग तस्करों के प्रतिद्वंद्वी गिरोहों के बीच की आपसी रंजिश का एक मामला था. अंजलि और उसके दोस्त वहां उपस्थित होने की वजह से इसका शिकार बन गए.
हिमाचल प्रदेश में रहता है परिवार
अंजलि का परिवार हिमाचल प्रदेश में रहता है. जब उन्हें अंजलि की मौत की सूचना मिली. उसके भाई आशीष ने टुलम के मेयर से उसके शरीर को वापस लाने की प्रक्रिया में तेजी लाने का आग्रह किया. अंजलि और उनके पति उत्कर्ष श्रीवास्तव अंजलि का 30वां जन्मदिन मनाने के लिए सैन जोस से मैक्सिको गए थे. उत्कर्ष ने घटना के बारे में शिकागो में रहने वाले अंजलि के भाई, आशीष को बताया. आशीष ने 21 अक्टूबर को अपने पिता को फोन कर हादसे की जानकारी दी.
शव को सोलन लाने का किया जा रहा है प्रयास
अंजलि के पिता के. डी. रयोत हिमाचल प्रदेश के पशुपालन विभाग में निदेशक हैं. पिछले साल सोलन में अंजलि ने अपने परिवार के साथ तीन-चार महीने बिताए थे. उन्होंने कहा कि अंजलि कैलिफोर्निया से डिप्लोमा करने के लिए मुंबई आई थी. वह अपना कोर्स पूरा करने के तुरंत बाद उनसे मिलने गई क्योंकि लॉकडाउन शुरू हो गया था. उन्होंने कहा कि सोलन में परिवार के साथ तीन-चार महीने बिताने के बाद वह कैलिफोर्निया चली गईं. अंजलि के शव को अंतिम संस्कार के लिए सोलन लाने के प्रयास किए जा रहे हैं.