एलन मस्क ने जबसे ट्विटर को अपने अंडर में लिया है तभी से कई सारे बदलाव कर रहे हैं. कभी कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा रहे हैं तो कभी कोई और फरमान जारी कर रहे हैं. अभी उन्होंने कर्मचारियों को अपना पहला ई-मेल भेजा है. बुधवार देर रात भेजे इस ई-मेल में उन्होंने कर्मचारियों से आने वाले दिनों में मुश्किलों के लिए तैयार रहने को कहा.एलन मस्क ने अपनी ई-मेल में कहा कि अपनी बात को शुगरकोट करने का कोई तरीका नहीं है. यह बताने की जरूरत नहीं है कि आर्थिक स्थिति क्या है और विज्ञापन पर निर्भर ट्विटर जैसी कंपनी पर इसका क्या असर हो सकता है. इसके साथ ही उन्होंने कर्मचारियों से साफ कहा है कि अब उनको ऑफिस आना होगा. एलन मस्क ने कहा कि रिमोट वर्किंग अब नहीं हो सकती. कर्मचारियों को सप्ताह में कम से कम 40 घंटे ऑफिस में गुजारने ही होंगे. हालांकि किसी के साथ कोई समस्या है तो उसे इससे छूट मिल सकती है. माइक्रो ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ट्विटर के नए मालिक बनने के बाद एलन मस्क कर्मचारियों पर काम को लेकर लगातार दबाव बनाए हुए हैं. कर्मचारी इतने प्रेशर में हैं कि शायद सोना और खाना तक वक्त पर नहीं कर पा रहे.
लगातार जारी कर रहे निर्देश
कुछ दिन पहले ही एलन मस्क ने ट्विटर की कमान संभाली है. उसके बाद से ही वह लगातार निर्देश जारी कर रहे हैं. एलन मस्क ने दुनिया भर में ट्विटर के आधे से ज्यादा कर्मचारियों को हटा दिया है. इससे 7,500 लोगों को अपनी नौकरी गंवानी पड़ी है. भारत में ट्विटर इंडिया के 90 फीसदी कर्मचारियों को एलन मस्क कंपनी से बाहर कर चुके हैं. एलन मस्क ने आते ही सीईओ पराग अग्रवाल समेत कई बड़े लोगों को टीम से हटाया था. यही नहीं यूजर्स के लिहाज से भी कई चौकाने वाले फैसले लिए हैं. उनका कहना है कि आने वाले दिनों में वेरिफाइड अकाउंट यूज करने वाले ट्विटर यूजर्स को हर महीने 8 डॉलर यानी करीब 660 रुपए अदा करने होंगे. इसके अलावा अन्य यूजर्स को भी कुछ फीस चुकानी पड़ सकती है. एलन मस्क का कहना है कि वह चाहते हैं कि ट्विटर के कुल रेवेन्यू में आधी हिस्सेदारी वेरिफाइड यूजर्स पर लगने वाली फीस से आए. सबस्क्रिप्शन के जरिए एलन मस्क कंपनी को बड़ा रेवेन्यू दिलाना चाहते हैं.