ब्रिटेन के लोगों के खाने की थाली का खाना जल्द ही पूरी तरह से बदल जाएगा. यानी ब्रितानी लोग अब अपने खाने को पूरी तरह से एनवायरमेंट फ्रेंडली बनाने जा रहे हैं. इस नए ट्रेंड को 5:2 नाम दिया गया है. 5:2 का मतलब है- हफ्ते में 5 दिन शाकाहारी और दो दिन मांसाहारी. इससे भी दिलचस्प बात तो ये है कि ब्रितानी लोग अब नॉन पैकेज्ड यानी घर के खाने को तरजीह दे रहे हैं.
ब्रितानी लोगों के पिछले साल के खानपान पर एक रिपोर्ट में ये खुलासा हुआ है. इस रिपोर्ट में ये बताया गया है कि पिछले सालों में कोरोना की वजह से ज्यादातर लोग अपने घरों में बंद रहे और खाना भी घर का ही खाया. इसका असर ये हुआ कि लोगों को घर का बना खाना तो पंसद आने ही लगा साथ ही उन्हें खाना बनाने में भी मज़ा आने लगा.
बाहर जाने के बजाए लोगों में बढ़ा घर पर ही पार्टी करने का चलन
रिपोर्ट में ये बात भी सामने आई कि लोग बाहर जाने के बजाए घर पर ही छोटी मोटी पार्टी कर रहे रहे हैं. लोग अब अपने घरों में ही पास्ता चिप्स बना रहे हैं. सोशल मीडिया पर चल रहे ट्रेंड ने भी इसमें अहम योगदान दिया. क्योंकि आज ज्यादातर लोग टिकटॉक और इंस्टा जैसे प्लेटफ्रॉम पर हैं और इन पर चल रहे ट्रेंड लोगों को घरों में खाना बनाने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं. आपको बता दें कि ब्रिटेन में 31 अक्टूबर से जलवायु परिवर्तन को लेकर बड़ा सम्मेलन होने जा रहा है. ऐेसे में इस ट्रेंड का पॉजिटिव असर दिखने की उम्मीद की जा रही है. हाल ही में ब्रिटेन के प्रिंस चार्ल्स ने पर्यावरण से जुड़ी समस्याओं को कम करने के लिए देशवासियों से अपील की थी कि हफ्ते के कुछ दिन मांसाहार और डेयरी उत्पाद न खाएं.
सर्च एक्टिविटी से पता चला इंटरनेट पर सेहतमंद खाने की तलाश में हैं लोग
रिपोर्ट में ये बात सामने आई कि ऑनलाइन सर्चिंग के दौरान लोगों ने सेहतमंद खाने को सबसे ज्यादा बार सर्च किया है. एक तरङ जहां वेटरोज की साइट पर बारबेक्यू पर बने तरबूज के व्यंजनों की सर्चिंग में 65% की बढ़ोतरी देखने को मिली तो वहीं नाइकरबॉकर ग्लोरी (आइस्क्रीम) की डिश की खोज में 171% वृद्धि देखी गई. सब्जियों की बिक्री में 41% का इजाफा हुआ है.