रूस यूक्रेन के बीच चल रही जंग को 50 से ज्यादा दिन हो गए हैं. इस जंग में रूस का वॉरशिप ब्लैक सी में डूब चुका है. दूसरी तरफ यूक्रेन ने दावा किया है कि उसने रूस के युद्धपोत Moskva को नेप्च्यून मिसाइल से मार गिराया है. वहीं रूस यूक्रेन के इस दावे को खारिज कर रहा है. इस मामले पर रूस का कहना है कि युद्ध पोत आग लगने की वजह से डूब गया. बता दें कि यूक्रेन के खिलाफ समुद्र के रास्ते हमले का नेतृत्व यही युद्धपोत कर रहा था
नेप्च्यून एंटी-शिप मिसाइल के बारे में जानिए
डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक नेप्च्यून मिसाइल की लंबाई करीब 16 फिट है. मिसाइल की रेंज करीब 186 माइल्स यानी करीब 300 किलोमीटर है. यह मिसाइल 560 माइल्स प्रति घंटे (901.233 प्रति घंटे) के हिसाब से हमला करता है.
यह मिसाइल करीब 150 किलोग्राम विस्फोटक लेकर लक्ष्य की ओर उड़ान भर सकता है. इसकी दूसरी सबसे बड़ी खासियत ये है कि इसे जल, जमीन और वायु कहीं भी लॉन्च किया जा सकता है.
यूक्रेन की सेना ने रूसी हमले को देखते हुए नेप्च्यून मिसाइल सिस्टम को जल्दबाजी में तैयार किया था. ऐसा इसलिए क्योंकि 2014 में क्रीमिया के कब्जे के बाद से यूक्रेन के तटीय क्षेत्रों के लिए रूसी खतरा तेजी से बढ़ रहा था. तब इस मिलाइल को बनाने का काम शुरू किया गया था. इस मिसाइल को मार्च 2021 में यूक्रेनी रक्षा बलों में शामिल किया गया था. यूक्रेनी रक्षा मंत्रालय के मुताबिक नेप्च्यून एक तटीय जहाज-रोधी क्रूज मिसाइल है जो 300 किमी की सीमा में नौसैनिक जहाजों को बर्बाद करने की ताकत रखता है.
हमारे मिसाइल पर कोई हमला नहीं हुआ- रूस
इस सिलसिले में रूस का कहना है कि मोस्कवा पर कोई हमला नहीं हुआ है .मोस्कवा आग लगने से क्षतिग्रस्त हुआ है, उसपर कोई हमला नहीं हुआ है. वहीं यूक्रेन का कहना है कि रूस -यूक्रेन के बीच हमले के दौरान वॉरशिप डूबने लगा और क्रू को जहाज छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा.
युद्धपोत को लेकर अमेरिका ने कही ये बात
पेंटागन के अधिकारियों के मुताबिक यह युद्धपोत ओडेसा से करीब 60-65 समुद्री मील की दूरी पर था, जब उसमें आग लगी और घंटों बाद भी आग पर काबू नहीं पाया जा सका है. युद्धपोत का क्षतिग्रस्त होना रूस की सेना के लिए बड़ा झटका होने के साथ यह रूस के लिए यह सांकेतिक हार भी होगा.