7 महीने से ज्यादा समय से जारी रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच पुतिन के एक फैसले ने सबको चौंका दिया. युद्ध के बीच राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपना कमांडर बदल दिया है. पुतिन ने अपनी सेना की कमान अब अपने सबसे भरोसेमंद और सबसे खूंखार कमांडर जनरल सर्गेई सुरोविकिन को सौंप दी है. ये वही जनरल है, जो अपनी खतरनाक जंगी रणनीति और बमबाज़ी के लिए पूरे रूस में मशहूर है. उसी जनरल सर्गेई सुरोविन को अब यूक्रेन को पूरी तरह से मटियामेट करने की जिम्मेदारी मिली है.
रूस-यूक्रेन जंग में आई तेजी
बता दें कि सर्गेई सुरोविकिन को अभी तक सीरिया में की गई रूसी लड़ाकों जहाज़ों की भारी तबाही के लिए जाना जाता था. जनरल सर्गेई सुरोविन के कमांडर बनते ही रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग में तेजी आ गई. रूस का रुख अचानक तब्दील हो गया, रूसी जंगी जहाज़ एक बार फिर यूक्रेन के आसमान में ना सिर्फ मंडराने लगे हैं, बल्कि यूक्रेन के रिहायशी इलाकों को निशाना बना रहे हैं. यूक्रेन की राजधानी कीव से लेकर पोलैंड की सीमा पर बसे लवीव तक मिसाइलों की बरसात हो रही है.सिर्फ इतना ही नहीं, पुतिन ने यूक्रेन को पूरी तरह से दहलाने के लिए मिसाइल हमले की रुपरेखा की सफाई का इंतजाम पहले से ही कर लिया था.
क्रीमिया पुल उड़ाने के बाद रूस का पलटवार
यूएन में रूस के राजदूत वसीली नेबेंजिया ने कहा कि कीव शासक रूस को अस्थिर करने की कोशिश किस तरह कर रहा है, क्रीमिया पुल को उड़ाने की कोशिश इसका सुबूत है. हमने पहले ही चेतावनी दी थी कि रूस पर हमला हुआ तो गंभीर परिणाम होंगे. सर्गेई सुरोविकिन को नया जनरल बनाने की पुतिन की इस चाल ने यूक्रेन समेत पूरी दुनिया को चौंका दिया.
कौन हैं जनरल सर्गेई सुरोविकिन?
55 साल के सुरोविकिन का जन्म साइबेरिया के नोवोसिबिर्स्क में हुआ. सुरोविकिन ने 2017 से रूस के वायु सेना की कमान संभाली है. रूसी रक्षा मंत्रालय की वेबसाइट के मुताबिक सुरोविकिन ने 2004 में इस्लामिक विद्रोहियों के खिलाफ मास्को के युद्ध के दौरान चेचन्या में तैनात एक गार्ड डिवीजन की कमान को भी संभाला है. इसके साथ ही 2017 में सीरिया में उनकी सेवा के लिए उन्हें सम्मानित किया गया था.
अमेरिकी रक्षा नीति थिंक-टैंक, जेम्सटाउन फाउंडेशन की एक रिपोर्ट के अनुसार सर्गेई सुरोविकिन को उनकी क्रूरता के लिए जाना जाता है. इस रिपोर्ट में कहा गया है कि, 1980 के दशक के अंत में अफगानिस्तान में सोवियत युद्ध के एक अनुभवी सुरोविकिन की दोनों चेचन युद्धों के दौरान एक कुख्यात प्रतिष्ठा बनी थी.चेचन युद्ध के दौरान ही सर्गेई सुरोविकिन ने नारा दिया था कि उनकी कमांड एक सैनिक के मारे जाने पर तीन लोगों की हत्या करेगी.
सर्गेई सुरोविकिन को रूस के सबसे बेरहम जनरल में से एक माना जाता है, यानी ऐसा बेरहम सेनापति जो सिर्फ जीत का भूखा है. कहा जा रहा है कि सर्गेई सुरोविकिन की ताजपोशी ने यूक्रेन के साथ जंग का पूरा नक्शा ही बदल दिया और आने वाले दिनों में रूस यूक्रेन के खिलाफ निर्णायक लड़ाई के लिए नये सिरे से चढ़ाई कर सकता है.