प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका की यात्रा पर रवाना हो गए हैं. पीएम मोदी की ये पहली स्टेट विजिट है. इस दौरान पीएम मोदी 21 जून को इंटरनेशनल योग दिवस कार्यक्रम में शिरकत करेंगे. ये कार्यक्रम संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय के उत्तरी लॉन में होगा. यूएन का ये मुख्यालय 18 एकड़ में फैला हुआ है. जिसमें सबसे ऊंची बिल्डिंग 39 मंजिला है. पिछले 72 सालों से इस भव्य कैंपस में यूएन हेडक्वार्टर काम कर रहा है. इसलिए आपको बताते हैं कि यूएन मुख्यालय क्या कुछ खास है.
18 एकड़ में फैला है कैंपस-
यूएन का हेडक्वार्टर न्यूयॉर्क के मिडटाउन मैनहट्टन में है. साल 1951 से इस कैंपस में यूएन का मुख्यालय काम कर रहा है. यह मुख्यालय 17 से 18 एकड़ में फैला हुआ है. इस कैंपस में सचिवालय, कॉन्फ्रेंस, महासभा भवन और लाइब्रेरी समेत कई बिल्डिंग्स हैं. इसमें से सबसे ऊंची सचिवालय बिल्डिंग 39 मंजिला है, जो 505 फीट ऊंची है. सचिवालय भवन के पश्चिम में एक पूल है, जिसमें एक फव्वारा है. सचिवालय बिल्डिंग के पूर्वोत्तर में सम्मेलन भवन है. जबकि दक्षिण में डैग हैमरस्कॉल्ड लाइब्रेरी है.
सचिवालय भवन-
सचिवालय भवन 1950 में बनकर तैयार हुआ था. ये 39 मंजिला है. इसमें महासचिव, कानूनी मामलों के अवर महासचिव और यूएन कानूनी सलाहकार, राजनीतिक मामलों के अवर महासचिव के ऑफिस हैं. सचिवालय भवन 889000 वर्ग फुट में है. इसको 4 हजार मजदूरों ने मिलकर बनाया था. इमारत के नीचे हिस्से में यूएन कर्मचारियों के लिए तीन मंजिला गैराज है. जिसमें 1500 गाड़ियों की पार्किंग की जगह है.
महासभा भवन-
यूएन कैंपस में कई भवन हैं. इसमें महासभा भवन सबसे खास है. यह कैंपस का सबसे बड़ा कमरा है. इसमें 1800 लोगों के बैठने की क्षमता है. यह 50 मीटर लंबा और 35 मीटर चौड़ा है. इस महासभा में हर सदस्य देश के लिए 6 सीटें हैं. जिसमें से 3 डेस्क हैं और 3 पीछे वैकल्पिक सीटें हैं. इसके अलावा इसमें संयुक्त राष्ट्र महासचिव और संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष के कार्यालय हैं.
कॉन्फ्रेंस बिल्डिंग-
कॉन्फ्रेंस बिल्डिंग महासभा भवन और सचिवालय के बीच है. यह 5 मंजिला है. एक्सटीरियर को यूनाइटेड नेशंस बोर्ड ऑफ डिजाइन ने डिजाइन किया है. जबकि अंदरूनी हिस्से को एबेल सोरेनसन ने डिजाइन किया है. इसमें ईसीओएसओसी, ट्रस्टीशिप और सुरक्षा परिषद के ऑफिस हैं. नीचे तीन बड़े और 6 छोटे कॉन्फ्रेंस हॉल हैं. 3 कॉन्फ्रेंस हॉल के ऊपर कैंटीन है. जबकि भवन के ऊत्तरी छोर के पास एक लाउंज है.
यूएन की डैग हैमरस्कॉल्ड लाइब्रेरी-
लाइब्रेरी की स्थापना साल 1946 में हुई थी. लेकिन साल 1950 में फोर्ड फाउंडेशन ने नई लाइब्रेरी के निर्माण के लिए दान दिया. फंडिंग हासिल करने में डेग हैमरस्कॉल्ड का महत्वपूर्ण योगदान था. इसलिए इस लाइब्रेरी के नाम पर रखा गया. लाइब्रेरी को नवंबर 1961 में शुरू किया गया था. इसमें 4 लाख किताबें, 9800 न्यूज पेपर और 80 हजार मानचित्रों का संग्रह है.
हैरिसन की अगुवाई तैयार हुआ था डिजाइन-
यूएन मुख्यालय का डिजाइन वैलेस हैरिसन की अगुवाई में आर्किटेक्ट्स के एक ग्रुप ने किया था. इस बोर्ड में सोवियत रूस के एनडी बासोव, बेल्जियम के गैस्टन ब्रूनफौट, फ्रांस के ले कोर्बुसीयर, चीन के लियांग सेउ-चेंग, ब्राजील के ऑस्कर निमेयर जैसे योजनाकार और इंजीनियर शामिल थे. यूएन मुख्यालय की डिजाइन बनाने की प्रक्रिया फरवरी 1947 में शुरू हुई थी. तमाम बैठकों के बाद मई 1947 में बोर्ड ने अपनी अंतिम योजना पेश की. इसमें 45 मंजिला सचिवालय टॉवर, 30 मंजिला कार्यालय भवन और महासभा भवन जैसे कई स्ट्रक्चर शामिल थे. लेकिन कई बदलावों के बाद प्रोजेक्ट को मंजूर किया गया. 39 मंजिला सचिवाल भवन का निर्माण किया गया.
काम शुरू हुआ, निर्माण चलता रहा-
22 अगस्त 1950 से संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय के सचिवालय भवन में काम शुरू हुआ. जिसें 450 कर्मचारी शामिल थे. आधिकारिक तौर पर 8 जनवरी 1951 को संयुक्त राष्ट्र सचिवालय भवन में शिफ्ट हुआ. उस समय 3300 कर्मचारियों ने इसमें काम करना शुरू किया. हालांकि अभी भी भवन पूरी तरह से बन नहीं पाया था. साल 1952 में मुख्यालय पूरी तरह से बनकर तैयार हुआ.
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