
अमेरिका की फाइनेंस कंपनी fannie mae ने अपने 700 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है. इनमें ज्यादातर तेलुगू कर्मचारी हैं. बर्खास्त किए गए कर्मचारियों में से ज्यादातर को Ethical Grounds पर बाहर निकाला गया है. इनपर आरोप है कि ये कर्मचारी कंपनी के चैरिटेबल मैचिंग ग्रांट्स प्रोग्राम से जुड़ी धोखाधड़ी गतिविधियों में शामिल थे.
TANA में बड़े पदों पर काबिज थे कर्मचारी
रिपोर्ट्स के अनुसार, कुछ कर्मचारियों ने NGO's के साथ मिलकर कंपनी के फंड्स का दुरुपयोग किया. इन संगठनों में तेलुगू एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका (TANA) का नाम खासतौर पर सामने आया है. कुछ बर्खास्त कर्मचारी TANA में बड़े पदों पर काबिज थे.
Apple ने भी लोगों को निकाला था
इससे पहले Apple ने भी इसी तरह की धोखाधड़ी में अपने करीब 200 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया था. इन कर्मचारियों पर आरोप था कि उन्होंने कुछ चैरिटी संगठनों के साथ मिलकर फर्जी रिकॉर्ड तैयार किए और दान के नाम पर कंपनी से पैसा लिया. इस फ्रॉड का मकसद कर्मचारियों द्वारा अपने दान को बढ़ा चढ़ाकर दिखाकर अपनी मुआवजा राशि को बढ़ाना था.
FBI, IRS कर रही मामले की जांच
इस मामले में फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (FBI), आंतरिक राजस्व सेवा (IRS), और न्याय विभाग (DOJ) जांच कर रही है. इसी तरह का एक मामला दिसंबर 2024 में सामने आया था, जब सांताक्लारा काउंटी डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी ऑफिस ने एप्पल के छह एक्स इम्प्लॉइज पर आरोप लगाया था कि उन्होंने कंपनी की चैरिटेबल डोनेशन प्रोग्राम का दुरुपयोग कर 152,000 डॉलर की रकम निकाला और टैक्स में छूट ली.
Apple का यह घोटाला भारत में होने वाले 80जी घोटाले जैसा ही है. भारत में आयकर अधिनियम 1961 की धारा 80G के तहत टैक्सपेयर्स को धर्मार्थ संस्थानों को दान देने पर टैक्स में छूट मिलती है. इस छूट के तहत टैक्सपेयर्स दान की गई राशि के 50% से लेकर 100% तक की कटौती का दावा कर सकते हैं.