दुनियाभर में अमेरिका के राष्ट्रपति चुनावों की चर्चा है. अमेरिका की सत्ता किसके हाथ में जाएगी, यह जानने के लिए हर एक देश बेताब है. हालांकि, इस सबके बीच अमेरिका में चुनावी प्रचार जोरों पर है. डॉनल्ड ट्रंप और कमला हैरिस, अपनी-अपनी तरफ से चुनाव प्रचार में कोई कमी नहीं छोड़ रहे हैं. और चुनावी प्रचार में रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक पार्टी के टकराव को अलग-अलग प्रतीकों से दर्शाया जाता है. इन प्रतीकों में सबसे ज्यादा फेमस हैं हाथी और गधा.
अमेरिका के हर एक राष्ट्रपति चुनावों के प्रचार में हाथी और गधे की तस्वीरें दिखना बहुत ही आम बात है. आपको बता दें कि हाथी रिपब्लिकन पार्टी का प्रतिनिधित्व करता है तो गधा डेमोक्रेटिक पार्टी का. अब आपके मन में सवाल होगा कि आखिर ये दो जानवर कैसे अमेरिका के चुनावों से जुड़ गए? इसका जवाब 100 साल से भी पुराने पॉलिटिकल कार्टून्स और उस जमाने की अमेरिकी पॉलिटिक्स में मिलेगा.
इस कार्टूनिस्ट ने किया फेमस
हाथी को रिपब्लिकन पार्टी और गधे को डेमोक्रेट्स के साथ जोड़ने का क्रेडिट अमेरिका के प्रसिद्ध राजनीतिक कार्टूनिस्ट थॉमस नास्ट (1840-1902) को जाता है. नास्ट ने 1870 के दशक में इन दोनों जानवरों का इस्तेमाल अपने कार्टून्स में किया. 1862 से 1886 तक नास्ट हार्पर वीकली से जुड़े हुए थे. अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने बहुत से पॉलिटिकल कार्टून बनाए और आज भी उनके कार्टून्स को याद किया जाता है.
स्मिथसोनियन मैगज़ीन के मुताबिक, यह जमाना ऐसा था जब राजनीतिक कार्टून लोगों को इंफ्लुएंस करने में अहम भूमिका निभाते थे. पॉलिटिकल कार्टूनों में इतनी क्षमता होती थी कि वे मतदाताओं के मन को बदल सकते थे. बताया जाता है कि नास्ट का झुकाव रिपब्लिकन पार्टी की तरफ था और इसका असर उनके कार्टून्स में दिखता था. हार्पर वीकली पत्रिका के लिए बनाए 1870 के एक कार्टून में, नास्ट ने दर्शाया कि एक गधा एक मरे हुए शेर को लात मार रहा है. इस कार्टून में गधे ने डेमोक्रेट्स के वर्ग का प्रतिनिधित्व किया, जबकि शेर ने उस समय लिंकन के युद्ध सचिव एडविन स्टैंटन का प्रतिनिधित्व किया. एडविन की मौत इस कार्टून के आने से कुछ समय पहले हुई थी और डेमोक्रेट्स ने उनकी आलोचना की थी.
196 साल पुराना चुनावी किस्सा
हम आपको बता दें कि नास्ट को भले ही हाथी और गधे के प्रतीकों को पॉपुलर करने का श्रेय दिया जाता हो... लेकिन इन जानवरों का अमेरिकी राजनीति से रिश्ता लगभग 200 साल पुराना है. जी हां, यह किस्सा है अमेरिका में साल 1828 के राष्ट्रपति चुनावों का, जब [डेमोक्रेट] एंड्रयू जैक्सन राष्ट्रपति पद के लिए प्रचार कर रहे थे. उनका सामना व्हिग पार्टी के जॉन एडम्स से था. जैक्सन ने चुनाव प्रचार में जनता से बहुत से वादे किए और उन्हें नीचा दिखाने के लिए उनके विरोधियों ने उनका नाम बिगाड़कर जैक्सन से 'जैकएस' (गधा) कर दिया.
लेकिन जैक्सन ने इसे ही अपने अभियान का हिस्सा बना लिया. उन्होंने अपने कैंपेन के प्रतीक के रूप में पोस्टर्स पर गधे की तस्वीर छपवा दी. जैक्सन यह चुनाव जीत गए और डेमोक्रेट्स में गधे की तस्वीर का चलन आम हो गया. वहीं, बात करें हाथी की तो यह 1860 के दौर से फेमस हुआ. उस समय चुनावी मैदान में थे रिपब्लिकन पार्टी के अब्राहम लिंकन जो बहुत मजबूती से लीड कर रहे थे. लिंकन को प्रभावशाली दिखाने के लिए मीडिया ने उनकी जगह हाथी की तस्वीर छापनी शुरू कर दी. और तब से रिपब्लिकन पार्टी के लिए हाथी प्रतीक की तरह हो गया. हालांकि, गधे और हाथी को पॉपुलर बनाने का श्रेय नास्ट को दिया जाता है.
रिपब्लिकन पार्टी पर कटाक्ष
नास्ट के कार्टूनों में हाथी को अक्सर रिपब्लिकन का प्रतिनिधित्व करते देखा जाता था. हालांकि, एक अच्छे व्यंगयकार की तरह जरूरत पड़ने पर नास्ट रिपब्लिकन पार्टी पर कटाक्ष करने से भी नहीं चूके. साल 1874 में हार्पर वीकली में नास्ट का एक कार्टून छपा, जिसका टाइटल था-"थर्ड टर्म पैनिक." द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, उस समय हेराल्ड चुनाव से पहले कुछ डेमोक्रेट का समर्थन कर रहा था और साथ ही, उन्होंने जनता में अफवाह फैलाई कि रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति यूलिसिस ग्रांट 1876 में तीसरे कार्यकाल के लिए चुनाव लड़ सकते हैं. उस समय अमेरिका में तीसरी बार चुनाव लड़ना अवैध नहीं था.
ऐसे में, नास्ट ने एक कार्टून बनाया जिसमें उन्होंने हेराल्ड को शेर की खाल में लिपटे गधे के रूप में चित्रित किया और यह गधा अन्य जानवरों को ग्रांट की तानाशाही की जंगली कहानियों से डरा रहा था. वहीं, इन जानवरों में "रिपब्लिकन वोट" लेबल वाला एक बड़ हाथी भी दर्शाया गया, जो देखने में ऐसा लगता है जैसे यह चट्टान से गिरने वाला है. इस कार्टून में नास्ट ने ग्रैंड ओल्ड पार्टी या रिपब्लिकन पार्टी की एक कमजोर, घबराए हुए जानवर के रूप में कल्पना की जो लगातार गलत दिशा में जा रहा था.