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H-1B Visa: अब आप US में ही करा सकेंगे वीजा का नवीनीकरण, अमेरिका ने लॉन्च किया पायलट प्रोजेक्ट, हजारों Indian को होगा फायदा

H-1B वीजा गैर-अप्रवासी वीजा है. ये अमेरिकी कंपनियों को विदेशी कामगारों को नियुक्त करने की मंजूरी देता है. यूएस कंपनियों की डिमांड की वजह से भारतीय आईटी प्रोफेशनल्स इस वीजा को सबसे अधिक हासिल करते हैं.

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हाइलाइट्स
  • वीजा रिन्यू होने में 6 से 8 हफ्ते का लगेगा समय 

  • इंडिया से यूएस में जॉब करने के लिए हजारों लोग करते हैं अप्लाई

यूएस में रहने वाले भारतीयों के लिए खुशखबरी है. अब उन्हें वीजा रिन्यू करने के लिए देश नहीं लौटना पड़ेगा. अमेरिका की सरकार ने H-1B वीजा की रिन्यूअल प्रक्रिया को आसान बना दिया है. अब आप यूएस में रहते ही वीजा को नवीनीकृत करा सकते हैं. H-1B वीजा के डोमेस्टिक रीन्यूअल के लिए पायलट प्रोग्राम का आगाज किया गया है. वीजा रीन्यूअल के लिए ऑनलाइन अप्लाई किया जाएगा. डिपार्टमेंट ऑफ स्टेट के मुताबिक, इस पायलट प्रोजेक्ट के तहत सारी प्रोसेस होने के बाद वीजा रिन्यू होने में 6 से 8 हफ्ते का वक्त लगेगा.

पीएम मोदी की यात्रा के समय हुई थी औपचारिक घोषणा
हालांकि अमेरिकी विदेश मंत्रालय की ओर से इस पायलट प्रोग्राम की घोषणा दिसंबर 2023 में ही की गई थी. उस समय वीजा सर्विसेस के लिए उप सहायक मंत्री जूली स्टफट ने बताया था कि इसका सबसे ज्यादा फायदा भारतीयों को होगा. क्योंकि सबसे ज्यादा स्किल्ड वर्कर की संख्या भारतीयों की है. पिछले साल जून में जब पीएम नरेंद्र मोदी अमेरिका की राजकीय यात्रा पर गए थे, तभी एच 1बी वीजा की रीन्यू प्रक्रिया को आसान बनाने की प्रक्रिया पर काम चल रहा था. पीएम मोदी की यात्रा के समय ही इस प्रोग्राम की औपचारिक घोषणा भी की गई थी. 

किन लोगों का रीन्यू होगा वीजा
यूएस में भारत के कॉन्सुलेट से 1 फरवरी से 30 सितंबर 2021 के बीच और कनाडा के कॉन्सुलेट से 1 जनवरी के मध्य जिन लोगों को एच 1बी वीजा जारी किया गया था, उनका ही वीजा रीन्यू होगा. ऐसे विदेशी नागरिकों से नॉन-इमिग्रेंट वीजा इशुएंस फीस भी नहीं ली जाएगी. इसके अलावा जिन लोगों ने पहले वीजा एप्लीकेशन के दौरान अगर अपने दसों फिंगरप्रिंट जमा करवाए होंगे, तो उन्हें इंटरव्यू से भी छूट मिलेगी. अमेरिका के डिपार्टमेंट ऑफ स्टेट की ओर से जारी नोटिस के मुताबिक, वीजा रिन्यूअल प्रोग्राम 1 अप्रैल तक चलेगा. इस दौरान महज 20 हजार लोगों का ही वीजा रिन्यू होगा. यदि 1 अप्रैल से पहले ही 20 हजार आवेदन आ जाते हैं तो फिर इसे बंद कर दिया जाएगा.

आवेदन में एच-4 वीजा शामिल नहीं
फिलहाल यह पहल केवल एच-1बी कामगारों तक ही सीमित है. इसमें एच-4 वीजा पर पति/पत्नी और बच्चों जैसे आश्रित वीजा धारकों को शामिल नहीं किया गया है. हालांकि आगे चलकर इसे अन्य वीजाओं पर भी लागू किया जा सकता है. हालांकि फिलहाल इस पहल के अलावा ग्रीन कार्ड बैकलॉग को कम करने सहित अन्य महत्वपूर्ण आव्रजन सुधारों के प्रयास भी जारी हैं.

अमेरिका ने 2023 में 14 लाख भारतीयों को जारी किया था वीजा
अमेरिका ने 2023 में रिकॉर्ड 14 लाख भारतीयों को वीजा जारी किए और आगंतुक वीजा प्राप्त करने के प्रतीक्षा समय में 75 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई. अमेरिकी दूतावास के मुताबिक 2022 की तुलना में भारतीयों द्वारा वीजा आवेदन में 60 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई. दूतावास ने बताया कि प्रक्रिया में सुधार और कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने से आगंतुक वीजा प्राप्त करने के प्रतीक्षा समय औसतन एक हजार दिन से घटकर केवल 250 दिन रह गए हैं, जो अन्य सभी श्रेणियों में सबसे कम प्रतीक्षा समय है.

क्या है H1B वीजा
एच-1बी वीजा एक गैर-प्रवासी वीजा है. एच1बी वीजा आमतौर पर उन लोगों को दिया जाता है जो अमेरिका में काम करने के लिए जाते हैं. दूसरे शब्दों में कहें तो ये वीजा अमेरिकी कंपनियों में काम करने वाले ऐसे कुशल कर्मचारियों को रखने के लिए दिया जाता है, जिनकी अमेरिका में कमी है. इसके बाद उसे ग्रीन कार्ड दिया जाता है. इस वीजा की वैलिडिटी छह साल की होती है. अमेरिकी कंपनियों की डिमांड की वजह से भारतीय आईटी प्रोफेशनल्स इस वीजा को सबसे अधिक हासिल करते हैं. अब तक यदि किसी व्यक्ति का H-1B वीजा एक्सपायर हो जाता था तो उसे रिन्यू करवाने के लिए दोबारा अपने देश लौटना पड़ता था. लेकिन अब अमेरिका में रहते हुए ही वीजा रिन्यू हो जाएगा.