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USA midterm Elections: अमेरिका में मिड टर्म इलेक्शन आज, जानिए सबकुछ

संयुक्त राज्य अमेरिका USA में आज मिड-टर्म इलेक्शन हो रहे है. मिड-टर्म इलेक्शन राष्ट्रपति के चार साल के कार्यकाल के बीच की अवधि होता है. इस इलेक्शन से संसद के दोनों सदनों हाउस ऑफ़ रिप्रेजेन्टेटिव (लोअर हाउस) और सीनेट (अपर हाउस) के मेंबर्स का चुनाव होता है. इसके साथ ही राज्यों में गवर्नर को भी चुना जाता है.

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हाइलाइट्स
  • दोनों सदनों के मेंबर्स चुनने के लिए होता है मिड टर्म इलेक्शन

  • यूएस मिड टर्म इलेक्शन में महंगाई, गर्भपात कानून, गन लॉ अहम मुद्दे

संयुक्त राज्य अमेरिका में आज मिड-टर्म इलेक्शन हो रहे है. यूएसए के मिड-टर्म इलेक्शन में राजनीतिक बदलाव देखने को मिल सकता है. यूएसए के मिड-टर्म इलेक्शन के परिणाम आने के बाद वैश्विक आर्थिक मंदी, रूस-यूक्रेन युद्ध, ईरान में अशांति आदि पर प्रभाव पड़ सकता है. इसके साथ ही राष्ट्रपति जो बाइडेन के द्वारा लिए गए जलवायु परिवर्तन, बंदूक नियंत्रण और बुनियादी ढांचे के निवेश पर नए कानूनों को आगे बढ़ाने जैसे कई फैसलों पर प्रभाव पड़ सकता है. आज हो रहे मिड-टर्म इलेक्शन के परिणाम आने के बाद यह तय हो जाएगा कि कौन कांग्रेस, राज्य विधानसभाओं और राज्यपाल के कार्यालयों को नियंत्रित करेगा. वहीं अगर इस चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी अपना बहुमत खो देती हैं तो जो बाइडन को विधेयकों को पारित कराने में बाधाओं का सामना करना पड़ेगा. 

यूएस मिड-टर्म इलेक्शन के मुद्दे
यूएस मिड-टर्म इलेक्शन महंगाई एक बड़ा मुद्दा बना हुआ है. यूएस में सितंबर में महंगाई दर 8.2 फीसदी थी. इसके साथ ही एक अहम मुद्दा गर्भपात कानून का भी है. जिसे अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने महिलाओं को 50 साल पहले मिली अबॉर्शन की संवैधानिक सुरक्षा खत्म कर दिया है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन इसके खिलाफ है. वहीं अमेरिका में गोलीबारी की घटनाएं काफी बढ़ने पर गन लॉ की मांग भी बढ़ी है. जिसके सपोर्ट के कुछ तो कुछ इसके खिलाफ भी है. 

यूएस मिड-टर्म इलेक्शन लड़ रहे भारतीय मूल के पांच नेता
यूएस में हो रहे मिड-टर्म इलेक्शन भारतीय मूल के पांच नेता भी अपनी ताल ठोक रहे हैं. चुनावी विश्लेषकों की राय पर गौर करें तो इनकी जीतने संभावना सौ फीसद है. इनमें से चार उम्मीदवार एमी बेरा, राजा कृष्णमूर्ति, रो खन्ना और प्रमिला जयपाल वर्तमान में सांसद भी है. जिन्हें अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की डेमोक्रेटिक पार्टी ने फिर से चुनावी मैदान में उतारा है. इनके साथ ही चुनावी मैदान में भारतीय अमेरिकियों के तथाकथित ‘समोसा कॉकस’में कारोबारी थानेदार भी है. अगर थानेदार जीतते हैं तो वह एमी बेरा, राजा कृष्णमूर्ति, रो खन्ना और प्रमिला जयपाल के संसद जाने वाले पांचवें भारतीय अमेरिकी होंगे. 

क्या कहता है अमेरिकी सर्वे 
एनबीसी न्यूज पोल के मुताबिक 21% अमेरिकियों ने "लोकतंत्र के लिए खतरे" को मिड-टर्म इलेक्शन को सबसे महत्वपूर्ण बताया है. इस सर्वे में 16 फीसद लोगों ने जीवनयापन की बढ़ती लागत को अहम मुद्दा बताया है. वहीं 14 फीसद लोगों ने नौकरी और अर्थव्यवस्था को अहम मुद्दा बताया है. साथ ही इस सर्वे में आर्थिक मुद्दे को एक बार फिर से अहम बताया गया है. जिससे डेमोक्रेट्स पार्टी को इस चुनाव में नुकसान हो सकता है. साथ ही इससे रिपब्लिकन पार्टी को फायदा हो सकता है. 

क्यों होता है मिड-टर्म इलेक्शन
संयुक्त राज्य अमेरिका USA में मिड-टर्म इलेक्शन राष्ट्रपति के चार साल के कार्यकाल के बीच की अवधि में होता है. इस इलेक्शन से संसद के दोनों सदनों के मेंबर्स को चुना जाता है, यानी हाउस ऑफ रिप्रेजेन्टेटिव (लोअर हाउस) और सीनेट (अपर हाउस) के सदस्य. इसके साथ ही राज्यों में गवर्नर को भी इसी इलेक्शन के दौरान चुना जाता है.