
सोशल मीडिया एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है. वीडियो में एक मंदिर को लोगों द्वारा हमले का शिकार बनते हुए दिखाया गया है. यूजर्स वायरल वीडियो को शेयर करते हुए दावा कर रहे हैं कि ये वीडियो बांग्लादेश का है. जहां कट्टरपंथियों ने एक और हिंदू मंदिर को निशाना बनाया.
मंदिर में क्यों घुसे लोग
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर वायरल वीडियो को शेयर करते हुए एक वेरिफाइड यूजर ने लिखा कि ये हालत है बांग्लादेश का. इसके साथ ही उसने लिखा कि समझ जाए और संभल जाए. ऐसे हालात आने वाले समय में भारत में भी होने वाली है.
जहां किसी धर्म विशेष की वर्तमान में भारत में भी संख्या ज्यादा है, वहां पर ऐसे हालात पैदा हो गए हैं. सिर्फ वोट की ताकत चाहिए बाकी काम सत्ता संभालने वालों का है. कुछ भाईयो को ये बात बुरी भी लग सकती हैं क्योंकि उनके लिए निजी स्वार्थ जरूरी है.
क्यों पड़ताल है जरूरी
यूजर्स वायरल वीडियो को शेयर करते हुए दावा कर रहे हैं कि ये वीडियो बांग्लादेश का है. जहां एक और हिंदू मंदिर को निशाना बनाया गया है. सोशल मीडिया के कई प्लेटफॉर्म पर ये वीडियो इसी दावे के साथ लगातार शेयर किया जा रहा है. ऐसे में वायरल वीडियो का सच और झूठ क्या है ये जानना जरूरी हो गया था.
क्या मिला पड़ताल में
फैक्ट चेक टीम ने वायरल वीडियो की पड़ताल की लेकिन सर्च के दौरान ऐसी कोई भी आधिकारिक रिपोर्ट नहीं मिली जिससे वायरल दावे की पुष्टि हो सके क्योंकि हाल-फिलहाल में बांग्लादेश से ऐसी कोई भी तस्वीरें सामने नहीं आई. जैसा वायरल वीडियो में दिख रहा है, लिहाजा ऐसे में हमने वायरल वीडियो को सवालों की कसौटी पर कसा.
पहला सवाल ये कि अगर दावा सच है तो वायरल वीडियो बांग्लादेश के किस हिस्से का है? दूसरा सवाल ये कि कहीं किसी और जगह के पुराने वीडियो को नया एंगल देकर भ्रम तो नहीं फैलाया जा रहा है?
क्या है सच
वायरल दावे की पड़ताल के लिए वीडियो के अलग-अलग कीफ्रेम को इंटरनेट पर खंगाला गया. इस दौरान कई मीडिया रिपोर्ट मिली, जिसमें इस वीडियो को पाकिस्तान का बताया गया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अगस्त 2021 में पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के रहीम यार खान जिले के भोंग शहर में भीड़ ने एक हिंदू मंदिर में तोड़फोड़ की थी.
यह हमला 9 साल के हिंदू लड़के को जमानत मिलने के विरोध में किया गया था. हिंदू लड़के ने कथित तौर पर मदरसे में पेशाब कर दिया था, जिसके बाद उसके ऊपर कथित तौर पर ईशनिंदा का आरोप लगा था.
न्यूज एजेंसी ANI की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने हिंदू मंदिर पर हमले के आरोप में 38 लोगों को हिरासत में लिया था, जिन्हें बाद में बहावलपुर में आतंकवाद विरोधी अदालत में पेश किया था. पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट के तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश गुलजार अहमद ने हिंदू मंदिर की सुरक्षा में विफल रहने पर पंजाब पुलिस को फटकार लगाते हुए सभी दोषियों को गिरफ्तार करने का आदेश दिया था.
इसके अलावा पाकिस्तान नेशनल एसेंबली में हिंदू सांसद और पाकिस्तान हिंदू काउंसिल के संरक्षक रमेश कुमार वांकवानी ने भी 4 अगस्त 2021 ने भी एक्स पर इस वीडियो को पोस्ट करते मंदिर में हुई तोड़-फोड़ पर खेद जताया था.
उन्होंने वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा था कि पंजाब के रहीम यार खान जिले के भोंग शहर में हिंदू मंदिर पर हमला किया गया. स्थानीय पुलिस की लापरवाही बेहद शर्मनाक है. मुख्य न्यायाधीश से कार्रवाई का अनुरोध किया गया है.