जस्ट स्टॉप ऑयल (Just Stop Oil) नाम के पर्यावरण समूह ने ब्रिटेन के मशहूर स्टोनहेज (Stonehedge) पर नारंगी रंग से स्प्रे पेंट कर दिया है. इस ग्रुप ने बुधवार को घटना के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इसकी जिम्मेदारी ली.
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि सफेद टीशर्ट पहने दो प्रोटेस्टर ब्रिटेन के प्राचीन स्मारक की ओर बढ़ रहे हैं. एक व्यक्ति उन्हें रोकने की कोशिश करता है लेकिन वे स्मारक पर स्प्रे पेंट करने में कामयाब रहते हैं. दक्षिण इंग्लैंड में मौजूद स्टोनहेज युनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट है. यह ब्रिटेन का सबसे लोकप्रिय टूरिस्ट स्पॉट भी है.
घटना के बाद राजन और नीव नाम के दोनों प्रोटेस्टर गिरफ्तार कर लिए गए. लेकिन सवाल उठता है कि बीते कुछ सालों में समय-समय पर सुर्खियां बनाने वाले जस्ट स्टॉप ऑयल ग्रुप की मांग क्या है?
यह है जस्ट स्टॉप ऑइल की मांग
जस्ट स्टॉप ऑयल एक्सटिंक्शन रिबेलियन और इंसुलेट ब्रिटेन जैसे दूसरे पर्यावरण समूहों से जुड़ा हुआ है. इस समूह ने पहली बार सुर्खियां तब बटोरीं जब इसके कार्यकर्ताओं ने नवंबर 2022 में एम25 और डार्टफोर्ड क्रॉसिंग जैसी प्रमुख सड़कों को बंद कर दिया. यह ग्रुप उसके बाद से कई प्रमुख खेल आयोजनों को निशाना बना चुका है.
जस्ट स्टॉप ऑयल ने अब तक विंबलडन टेनिस चैंपियनशिप (Wimbledon), लॉर्ड्स क्रिकेट मैदान पर खेले गये दूसरे एशेज टेस्ट (Lord's Ashes Test) और विश्व स्नूकर चैंपियनशिप (World Snooker Championship) में अपने चित-परिचित नारंगी रंग के स्प्रे पेंट के साथ प्रोटेस्ट किया है. इस साल इंग्लैंड के फुटबॉल टूर्नामेंट प्रीमियर लीग (Premiere League) में भी जस्ट ऑयल के एक एक्टिविस्ट ने खुद को गोल पोस्ट से बांध लिया था.
जस्ट स्टॉप ऑयल चाहता है कि ब्रिटेन नई जीवाश्म ईंधन (Fossil Fuel) परियोजनाओं को मंजूरी देना बंद कर दे, क्योंकि ये जलवायु परिवर्तन (Climate Change) का एक प्रमुख कारण हैं. ग्रुप ने यह भी मांग की है कि 2021 के बाद दिए गए सभी तेल, गैस और कोयला लाइसेंस रद्द कर दिए जाएं. साथ ही 2030 तक ब्रिटेन में फॉसिल फ्यूल का इस्तेमाल पूरी तरह बंद हो जाए.
हालांकि जुलाई 2023 में प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने उत्तरी सागर में 100 नए लाइसेंस देने की घोषणा की थी. ब्रिटेन सरकार हर साल नए लाइसेंस जारी करने की हिमायती है, हालांकि ब्रिटेन की लेबर पार्टी ने इस कदम का विरोध किया है.
प्रोटेस्ट में नारंगी रंग क्यों?
जस्ट स्टॉप ऑयल के एक्टिविस्ट अकसर प्रोटेस्ट के लिए किसी आकर्षक जगह पर नारंगी रंग स्प्रे कर देते हैं. दरअसल संगठन ने इस रंग को अपनी पहचान बना लिया है. इस ग्रुप के एक्टिविस्ट अब तक कई कला प्रदर्शनियों में भी मशहूर पेंटिंग्स पर नारंगी रंग डाल चुके हैं. इसमें मोनालीसा का नाम भी शामिल है.
पिछले कुछ समय में एक्टिविस्ट्स ने खुद को इन पेंटिग्स के साथ चिपकाना भी शुरू कर दिया था. जब खुद को ग्लासगो (स्कॉटलैंड) की केल्विनग्रोव आर्ट गैलरी में एक पेंटिंग से चिपका लेने वाली हैना टॉरेंस से इसके पीछे का कारण पूछा गया, तो उन्होंने विस्तार से इसका जवाब दिया.
यूरो न्यूज डॉट कॉम की ओर से प्रकाशित के खबर के अनुसार, हैना ने कहा, "मैं वो सब कर रही हूं जो मैंने कभी सोचा नहीं था. मुझे लगता है कि हम सब (क्लाइमेट चेंज) से डरे हुए हैं. इसके इर्द-गिर्द बहुत सी प्रतिक्रियाएं केवल डर के कारण आई हैं. सच यह है कि लोग बड़े मुद्दे के बारे में बात करने से बचना चाहते हैं. इसलिए वे हमारे प्रोटेस्ट की छोटी-छोटी बातों पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं."
वह कहती हैं, "हमारा लक्ष्य सिर्फ हमारी संस्कृति को मूल रूप से यह कहना है कि आप इससे छिप नहीं सकते. इस स्तर पर हम में से हर कोई जिम्मेदार है. हर कोई जलवायु संकट से प्रभावित होने वाला है."
जस्ट स्टॉप ऑयल का कहना है कि वह अपनी बात रखने के लिए "अहिंसक नागरिक प्रतिरोध" का इस्तेमाल करता है. जब ब्रिटेन सरकार जीवाश्म-ईंधन उत्पादन को खत्म करने की घोषणा करेगी तो वह भी अपना प्रोटेस्ट खत्म कर देंगे.