चीन में जोरो कोविड पॉलिसी हटाए जाने के बाद रविवार को बड़े पैमाने पर लोग लूनर न्यू ईयर (lunar new year) मनाने के लिए इकट्ठा हुए. बीते तीन साल में चीन में ये सबसे बड़ा जमावड़ा था. इस मौके पर लोगों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला. मंदिरों में भारी भीड़ देखने को मिली. हालांकि अमेरिका में "लूनर न्यू ईयर'' के जश्न के दौरान गोलीबारी में 9 लोगों की मौत की खबर है. चलिए सबसे पहले जानते हैं आखिर "लूनर न्यू ईयर'' है क्या और इसे क्यों मनाया जाता है?
क्या है लूनर न्यू ईयर
लूनर न्यू ईयर चीन के सबसे महत्वपूर्ण सार्वजनिक अवकाश है. लूनर न्यू ईयर चीन में त्योहार के तौर पर धूमधाम से मनाया जाता है. यह लगभग 3,500 साल पहले पशु पूजा के रूप में शुरू हुआ था. लूनर न्यू ईयर के दौरान चीन में व्यापार और सरकारी कार्यालय सात दिनों के लिए बंद रहते हैं. चीन का राशि चक्र 12 जानवरों से बना है. यह चूहे से शुरू होकर बैल, बाघ, खरगोश, ड्रैगन, सांप, घोड़ा, बकरी, बंदर, मुर्गा, कुत्ता और सूअर तक चलता है. इस वर्ष को खरगोश के नाम पर रखा गया है. खरगोश समृद्धि, शांति और आस्था का प्रतीक माना जाता है. खरगोश उन 12 चीनी राशियों में से एक है जिन पर चंद्र नव वर्ष आधारित है. पिछले साल टाइगर का वर्ष था. पिछले तीन साल से कोरोना महामारी की वजह से यह उत्सव नहीं मनाया जा रहा था. चीनी परंपराओं के अनुसार जिन तीन रंगों को शुभ माना जाता है वे हैं लाल, पीला और हरा. इसलिए लूनर न्यू ईयर के मौके पर रेड कार्ड्स एक्सचेंज किए जाते हैं.
इन देशों में मनाया जाता है लूनर न्यू ईयर
लूनर न्यू ईयर को वसंत महोत्सव भी कहा जाता है. इस बार यह त्योहार रविवार (22 जनवरी) से शुरू होकर 9 फरवरी तक चलेगा. इस त्योहार को लूनिसोलर कैलेंडर के हिसाब से मनाया जाता है. इस त्योहार को वियतनाम में टेट गुयेन दान के नाम से जाना जाता है, वहीं साउथ कोरियन इसे Seollal के रूप में मनाते हैं. इस मौके पर लोग नए-नए कपड़े पहनते हैं और रेड कार्ड्स एक्सचेंज करते हैं. बीजिंग में लोग इस त्योहरा को मनाने के लिए लामा मंदिर में इकट्ठे होते हैं. कोरिया में भी यह फेस्टिवल बड़े धूमधाम से मनाया जाता है. चीन और कोरिया के अलावा सिंगापुर में भी इस त्योहार की खूब धूम रहती है. लूनर न्यू ईयर को दुनिया में करीब 1.5 बिलियन लोग सेलिब्रेट करते हैं.