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Zoonotic Langya virus: कोरोना के बाद चीन में फैला लैंग्या वायरस...जानिए इंसानों के लिए कितना है खतरनाक

यह वायरस कथित तौर पर पूर्वी चीन में ज्वर के रोगियों के गले के स्वैब के नमूनों में पाया गया है. रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि वायरस के शुरुआती रोगी मुख्य रूप से किसान हैं, जिन्होंने थकान, खांसी, भूख न लगना और दर्द की सूचना दी है.

Langya Virus Langya Virus
हाइलाइट्स
  • रखनी पड़ेगी सतर्कता

  • अब तक 35 नए मामले सामने आए हैं

कोरोना वायरस के बाद एक नए वायरस के प्रकोप ने चीन के कुछ हिस्सों में चिंता बढ़ा रखी है. वायरस का नाम है लैंग्या वायरस जिसके अब तक 35 नए मामले सामने आए हैं. नोवेल लैंग्या हेनिपावायरस (LayV)पहली बार 2018 में शेडोंग और हेनान के पूर्वोत्तर प्रांतों में पाया गया था और आधिकारिक तौर पर पिछले सप्ताह के अंत में इसका पता चला था.

यह वायरस कथित तौर पर पूर्वी चीन में ज्वर के रोगियों के गले के स्वैब के नमूनों में पाया गया है. रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि वायरस के शुरुआती रोगी मुख्य रूप से किसान हैं, जिन्होंने थकान, खांसी, भूख न लगना और दर्द की सूचना दी है. जबकि दूसरों में रक्त-कोशिका असामान्यताओं के लक्षण और लीवर और किडनी के डैमेज होने जैसे लक्षण दिखे. हालांकि नए वायरस से अब तक कोई मौत नहीं हुई है. ये वायरस छोटे स्तनधारी जैसे हेजहॉग और मोल्स के जरिए फैलता है.

लैंग्या वायरस क्या है?
अभी इस बात पर संदेह है कि जूनोसिस नामक एक प्रक्रिया में वायरस जानवरों से मनुष्यों में आ गया था और वैज्ञानिकों ने 200 से अधिक छछूंदर में LayV वायरल RNA पाया जो संकेत देता है कि वे वायरस का प्राकृतिक भंडार हो सकते हैं. द गार्जियन के अनुसार, 2 प्रतिशत घरेलू बकरियों और 5 प्रतिशत कुत्तों में भी वायरस का पता चला था. वैज्ञानिकों ने पिछले हफ्ते एक पेपर में उल्लेख किया था कि "चीन में जांचकर्ताओं ने एक ज्वरनाशक मानव बीमारी से जुड़े एक नए हेनिपावायरस की पहचान की. यह वायरस छूछंदर में भी पाया गया था." यह पेपर न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन (एनईजेएम) में प्रकाशित हुआ है.

रखनी पड़ेगी सतर्कता

ताइवान के सीडीसी के उप महानिदेशक चुआंग जेन-हिसियांग ने बताया कि स्टडी में पाया गया कि ये वायरस ह्यूनम टू ह्यूमन ट्रांसमिशन के जरिए नहीं फैलता है. लेकिन अभी सीडीसी ने इस पर कुछ नहीं कहा है इसलिए और जानकारी आने तक सतर्कता रखना जरूरी है. शोधकर्ताओं ने कहा है कि वायरस जानवरों और मनुष्यों में गंभीर बीमारी पैदा कर सकता है और 40-75 प्रतिशत मृत्यु दर के साथ बॉयो सेफ्टी लेवल 4 वायरस क्लासिफिकेशन रखता है.

क्या लंग्या वायरस का कोई टीका है?
अभी तक नोवेल वायरस का कोई टीका नहीं है.