अमेरिकी कांग्रेस सदस्य इल्हान उमर एक बार फिर से विवादों में हैं. इल्हान ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर का दौरा किया जिसकी भारत ने कड़ी निंदा की. भारत ने उनके इस दौरे को संकीर्ण मानसिकता वाली राजनीति को प्रदर्शित कने वाला बताया. अमेरिकी सांसद इल्हान उमर 20 अप्रैल से चार दिवसीय पाकिस्तान दौरे पर हैं, जहां उन्होंने पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और उनके उत्तराधिकारी शाहबाज शरीफ से भी मुलाकात की.
भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इल्हान के इस दौरे की आलोचना की. बागची ने कहा,‘हमने उनकी (इल्हान उमर के) भारतीय संघ राज्य क्षेत्र जम्मू कश्मीर के एक इलाके में यात्रा की खबरों को देखा है, जो अभी पाकिस्तान के अवैध कब्जे में हैं.’उन्होंने कहा, 'मैं केवल इतना कहना चाहता हूं कि अगर कोई ऐसी राजनीतिज्ञ अपनी संकीर्ण मानसिकता को प्रदर्शित करती हैं, तब यह उनका काम है.’वहीं अमेरिका के विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा कि इल्हान व्यक्तिगत यात्रा पर पाकिस्तान गई हैं. उनका दौरा अमेरिका द्वारा प्रायोजित नहीं है.
कौन है इल्हान उमर?
इल्हान उमर सोमालियाई-अमेरिकी राजनेता हैं जो साल 2019 में मिनिसोटा से चुनाव जीतकर हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव में आई थी. वह अमेरिकी सांसद में पहुंचने वाली पहली दो मुस्लिम महिला सांसदों में से एक हैं. अमेरिकी सांसद में पहुंचने वाली वह पहली सोमालियाई-अमेरिकी नागरिक भी हैं. इल्हान मूल रूप से अफ्रीका की नागरिक भी रही हैं.
इल्हान अब्दुल्लाही उमर का जन्म 4 अक्टूबर 1982 को सोमालिया के मोगादिशु में हुआ था. उन्होंने अपनी जिंदगी के शुरुआती साल सोमालिया के बैदोआ में बिताए. उमर की मां फधुमा अबुकर हाजी हुसैन की मृत्यु के बाद उनका पालन-पोषण उनके पिता नूर उमर मोहम्मद और दादा ने किया था.उस समय इल्हान दो साल की थीं. इल्हान का परिवार सोमाली गृहयुद्ध से बचने के लिए सोमालिया भाग गया और संयुक्त राज्य अमेरिका में शरण लेने से पहले केन्या के गरिसा काउंटी के दादाब शरणार्थी शिविर में चार साल बिताए. उनका परिवार पहली बार 1995 में न्यूयॉर्क पहुंचा और फिर मिनियापोलिस में बसने से पहले अर्लिंग्टन, वर्जीनिया भी गया. यहां उनके पिता एक टैक्सी ड्राइवर और बाद में एक पेस्ट ऑफिस में काम करते थे.
इल्हान उमर ने साल 2006 से 2009 तक ग्रेटर मिनियापोलिस-सेंट पॉल क्षेत्र में मिनेसोटा विश्वविद्यालय में एक न्यूट्रिशन एजुकेटर के तौर पर अपना करियर शुरू किया. उन्होंने 2016 में पहली बार डीएलएफ के टिकट पर चुनाव लड़ा था.
हिजाब पहनकर ली शपथ
उमर ने अपनी पढ़ाई अमेरिका में ही पूरी की और 17 साल की उम्र में उन्होंने अमेरिकी नागरिकता ले ली. इसके अलावा वो अमेरिकी कांग्रेस में हिजाब पहनकर शपथ लेने वाली पहली महिला सांसद हैं. अमेरिका सदन में किसी भी तरह की टोपी, स्कार्फ और अन्य कपड़ा बांधने पर रोक का नियम था. लेकिन 1837 में लगे इस प्रतिबंध को इल्हान ने 2017 में खत्म किया. उन्होंने इसके खिलाफ आवाज उठाई और उन्हें हिजाब बांधकर शपथ लेने की अनुमति मिली.
कई बार विवादों में रही
ऐसा पहली बार नहीं है कि इल्हान के बयानों पर बवाल मचा हो. इससे पहले पिछले साल जून में इल्हान ने अमेरिका और इजराइल की तुलना तालिबान और हमास से की थी. इस घटना के बाद से यहूदी गुट उन पर भड़क उठा था. इल्हान के इस बयान को आतंकियों को संरक्षण देने वाला बयान कहा गया था.