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World's First Female PM: जानिए कौन हैं दुनिया की पहली महिला प्रधानमंत्री? कैसे बनीं थीं PM

Sirimavo Bandaranaike Prime Minister: श्रीलंका(Srilanka) की सिरिमावो बंडारनाइके(Sirimavo Bandaranaike) दुनिया की पहली महिला प्रधानमंत्री हैं. साल 1960 में सिरिमावो बंडारनाइके श्रीलंका और दुनिया की पहली प्रधानमंत्री बनीं थीं. जानिए सिरिमावो बंडारनाइके श्रीलंका की प्रधानमंत्री कैसे बनीं.

sirimavo bandaranaike(Photo Credit: Getty Image) sirimavo bandaranaike(Photo Credit: Getty Image)

Sirimavo Bandaranaike Prime Minister: क्या आपको पता है दुनिया की पहली महिला प्रधानमंत्री कौन हैं? दुनिया की पहली प्रधानमंत्री सिरिमावो बंडारनाइके हैं. सिरिमावो बंडारनाइके आज ही के ही दिन यानी 21 जुलाई 1960 को श्रीलंका की प्रधानमंत्री बनीं थीं.

श्रीलंका के प्रधानमंत्री पद की शपथ लेते ही सिरिमावो बंडारनाइके दुनिया की पहली प्रधानमंत्री बन गईं. दुनिया की पहली प्रधानमंत्री सिरिमावो बंडारनाइके का पूरा नाम सिरिमा रतवते डायस बंडारनाइके है.

सिरिमा रतवते 1960 से 1965 तर श्रीलंका की प्रधानमंत्री बनीं रहीं. आइए जानते हैं 1960 में दुनिया की पहली प्रधानमंत्री सिरिमावो बंडारनाइके की कहानी. जानिए कैसे सिरिमावो बंडारनाइके पति की मौत की वजह से श्रीलंका की प्रधानमंत्री बन गईं?

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सिरिमावो ऐसे बनीं PM
25 सितंबर 1959 को एक बौद्ध भिक्षु तलुदेव सोमारामा ने सिरिमोवा भंडारनायके के पति और श्रीलंका के प्रधानमंत्री सिरिमावो बंडारनाइके की गोली मारकर हत्या कर दी थी.

मई 1960 में फ्रीडम पार्टी की कार्यकारी समिति ने सिरिमोवा भंडारनायके को पार्टी का अध्यक्ष बनाया. साल 1960 में हुए चुनाव में फ्रीडम पार्टी को शानदार जीत मिली.

इसके बाद सिरिमोवा भंडारनायके ने श्रीलंका के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली. साथ में सिरिमोवा ने रक्षा मंत्री और विदेश मंत्री के भी शपथ ली. इस तरह से सिरिमोवा भंडारनायके श्रीलंका और दुनिया की पहली महिला प्रधानमंत्री बनीं.

शुरुआती जिंदगी
सिरिमावो बंडारनाइके का जन्म 17 अप्रैल 1916 को श्रीलंका के ब्रिटिश सीलोन में रत्नापुरा के इलावाला वालवा में हुआ था. बंडारनाइके की मां रोशेलिंद हिल्डा महावलातें कुमारीहमी एक फेमस आयुर्वेदिक डॉक्टर थीं. वहीं पिता बार्न्स रवात्टे एक राजनेता थे.

सिरिमावो बंडारनाइके 6 भाई-बहन थे. 6 बच्चों में सिरिमावो सबसे बड़ी थीं. सिरिमावो बंडारनाइके ने अपनी शुरुआती पढ़ाई कैथोलिक इंग्लिश मीडियम वाले स्कूलों में की. बंडारनाइके को अंग्रेजी के साथ-साथ सिंहली भाषा भी आती थी. भंडारनाइके ने बौद्ध धर्म को अपनाया था.

सोशल वर्क
अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद साल 1941 में सिरिमावो बंडारनाइके देश की सबसे बड़ी महिला स्वैच्छिक संस्था लंका महिला संघ में शामिल हो गईं. बंडारनाइके सोशल वर्क में काफी आगे रहती थीं.

सिरिमावो ने लंका महिला समिति में रहते हुए ग्रामीण महिलाओं के सशक्तीकरण समेत कई सोशल वर्क किए. अपने अच्छे कामों के चलते सिरिमावो बंडारनाइके इस समिति की उपाध्यक्ष और अध्यक्ष भी बनीं.

राजनीति
सिरिमावो बंडारनाइके की शादी सोलोमन वेस्ट रिजवे डायस भंडारनायके के साथ हुई. सोलोमन वेस्ट रिजवे डायस बाद में श्रीलंका के प्रधानमंत्री भी बने. साल 1951 में सिरिमावो बंडारनाइके को श्रीलंका का स्वास्थ्य मंत्री बनाया गया.

सिरिमावो बंडारनाइके ने साल 1952 के संसदीय चुनाव के दौरान अपने पति सोलोमन वेस्ट रिजवे डायस(एसडब्ल्यूआरडी) के लिए चुनाव प्रचार भी किया. उस चुनाव में फ्रीडम पार्टी को 9 सीटें ही मिलीं. साल 1956 में श्रीलंका में चुनाव का ऐलान किया गया. इस चुनाव में जीतकर भंडारनायके के पति सोलोमन वेस्ट रिजवे डायस भंडारनायके श्रीलंका के प्रधानमंत्री बने. 1960 में हुए चुनाव में जीत के बाद सिरिमावो बंडारनाइके देश की प्रधानमंत्री बनीं.

सिरिमावो बंडारनाइके साल 1960 से 1965 तक श्रीलंका की प्रधानमंत्री रहीं. 1965 के संसदीय चुनाव में सिरिमावो बंडारनाइके की फ्रीडम पार्टी को सिर्फ 41 सीटें मिलीं. इस वजह से उनको विपक्ष में बैठना पड़ा. दुनिया की पहली महिला प्रधानमंत्री के साथ सिरिमावो बंडारनाइके विपक्ष की नेता बनने वाली पहली महिला थीं. 10 अक्तूबर 2000 को दुनिया की पहली महिला प्रधानमंत्री सिरिमावो बंडारनाइके का निधन हुआ.