2024 United Kingdom elections: ब्रिटेन में बीती 4 जुलाई को नई सरकार चुनने के लिए मतदान हुआ. आज यानी 5 जुलाई को वोटों की गिनती की जा रही है और आम चुनाव के नतीजे आने शुरू हो गए हैं. ब्रिटेन में 14 साल बाद इस बार राजनीतिक बदलाव होने जा रहा है.
भारतीय मूल के पहले प्रधानमंत्री और कंजरवेटिव पार्टी के नेता ऋषि सुनक (Rishi Sunak) को ब्रिटेन चुनाव (Britain Election) में हार मिली है. चुनाव में लेबर पार्टी भारी बहुमत से जीत रही है.
अब तक आए चुनावी नतीजों में 650 में से 387 सीटों पर जीत के साथ लेबर पार्टी बढ़त बनाए हुए है. वहीं कंजर्वेटिव पार्टी अब तक 93 सीटें जीत चुकी है.
इस चुनावी नतीजों से साफ है कि ब्रिटेन के अगले प्रधानमंत्री लेबर पार्टी के नेता कीर स्टारमर (Keir Starmer) हो सकते हैं. इन चुनावी नतीजों पर कीर स्टारमर ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा- 'हमने कर दिखाया.' आइए जानते हैं लेबर पार्टी के नेता और ब्रिटेन के अगले प्रधानमंत्री कीर स्टारमर कौन हैं?
कौन हैं कीर स्टारमर?
ब्रिटेन के लेबर नेता कीर स्टारमर एक पूर्व मानवाधिकार वकील और पब्लिक प्रॉसिक्यूटर हैं. 61 वर्षीय कीर स्टारमर 9 साल पहले 2015 में ब्रिटेन की संसद में चुनकर आए थे. कीर स्टारमर 2015 में उत्तरी लंदन के हॉर्बन और सेंट पैनक्रास से सांसद बने थे.
2003 में स्टारमर ने आयरलैंड पुलिस बोर्ड में मानवाधिकार सलाहकार के रूप में काम किया. पांच साल बाद 2008 में स्टारमर को इंग्लैंड और वेल्स का पब्लिक प्रॉसिक्यूशन नियुक्त किया गया.
स्टारमर ने 2008 से 2013 तक अपने खर्चों का दुरुपयोग करने वाले सांसदों, फोन हैकिंग के लिए पत्रकारों और युवा दंगाइयों के खिलाफ मुकदमा चलाने की निगरानी रखी. 2015 में कीर स्टारमर सांसद बने.
स्टारमर ने पूर्व लेबर नेता जमी कार्बिन की फ्रंटबेंच टीम में ब्रेग्जिट सचिव के रूप में काम किया. साल 2019 में ब्रिटेन के आम चुनाव में लेबर पार्टी को करारी हार मिली. इस हार के बाद कीर स्टारमर ने पार्टी के नेता का चुनाव लड़ा और 2020 में पार्टी के नेता बने.
निजी जीवन
कीर स्टारमर का जन्म 2 सितंबर 1962 को लंदन में हुआ था. उनका पूरा नाम कीर रॉडनी स्टारमर (Sir Keir Rodney Starmer) है. 2014 में सर कीर रॉडनी स्टारमर (Sir Keir Rodney Starmer) को उनके काम को देखते हुए 'नाइटहुड' अवार्ड दिया गया. उनके पिता टूलमेकर थे और मां एक नर्स थीं. स्टारमर के तीन भाई-बहन हैं. कीर स्टारमर ने स्कूल में नॉर्मन कुक से वॉयलन सीखा था. स्टारमर छोटी उम्र में ही राजनीति से जुड़ गए थे. 16 साल की उम्र में कीर स्टारमर लेबर पार्टी यंग सोशलिस्ट में शामिल हो गए.
स्टारमर ने लीड्स यूनिवर्सिटी से लॉ में ग्रेजुएशन किया. स्टारमर ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में भी पढ़ाई की है. स्टारमर परिवार के पहले व्यक्ति थे जो यूनिवर्सिटी में पढ़ने गए. बाद में उन्होंने लेफ्ट विंग की मैग्जीन सोशलिस्ट अल्टरनेटिव को चलाने में काफी मदद की. 2015 में कीर स्टारमर उत्तरी लंदन से सांसद बनकर संसद पहुंचे. इसके तीन दिन बाद उनके पिता की मौत हो गई.
स्टारमर की नीति
लेबर नेता कीर स्टारमर की नीति पार्टी को अधिक से अधिक निर्वाचित करने की रही है. इसके लिए उन्होंने सोशलिस्ट लेफ्ट विंग के कई नेताओं को पार्टी से निकाल दिया. इसमें वो लोग भी शामिल थे जो पार्टी के पिछले नेता जिमी कोर्बिन के मंत्रिमंडल में शामिल थे. स्टारमर ने पार्टी की नीति का विरोध करने पर जिम कोर्बिन को भी पार्टी से निलंबित कर दिया था.
इस बारे में कीर स्टारमर ने बताया कि अच्छा नेता बनने के लिए कभी-कभी कठोर भी बनना होता है. स्टारमर के केन्द्रीकरण के रूख से उनके पार्टी के कई नेताओं ने उनकी आलोचना की है. कीर स्टारम का मंत्र है, पार्टी से पहले देश. उन्होंने हाल में दी गई स्पीच में कहा कि उनके पास ब्रिटेन के लिए लॉन्ग टर्म प्लान हैं.
बहुमत के लिए आंकड़ा
ब्रिटेन के 650 वाले सांसदों के सदन हाउस ऑफ कॉमन्स में बहुमत की सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी को 326 सीटों की जरूरत होती है. ब्रिटेन के आम चुनाव में अभी तक हुई मतगणना में लेबर पार्टी 387 सीटें जीत चुकी है. वहीं कंजर्वेटिव पार्टी 93 सीटें और लिबरल डेमोक्रेट्स 57 सीटें जीत चुकी है.