Yahya Sinwar Death: इजराइल (Israel) ने हमास चीफ याह्या सिनवार (Hamas Chief Yahya Sinwar) को मौत के घाट उतार दिया है. यह इजराइल की बेंजामिन नेतन्याहू सरकार की जहां बड़ी जीत है, वहीं हमास को बड़ा झटका लगा है. हमास के एक शीर्ष नेता खलील अल-हय्या ने भी शुक्रवार को याह्या सिनवार की मौत की पुष्टि कर दी.
खलील अल-हय्या ने कहा कि हमास 7 अक्टूबर 2023 को इजराइल पर किए गए हमले के बाद पकड़े गए इजराइली बंधकों को तब तक रिहा नहीं करेगा, जब तक कि गाजा में हमारे लोगों पर हमले नहीं रुकते, क्षेत्र से पूरी तरह से इजराइली सेना की वापसी नहीं होती और हमारे वीर कैदियों को कब्जे की जेलों से रिहा नहीं किया जाता. उसने वीडियो में यह बयान जारी किया है. हमास चीफ बनने की रेस में खलील अल-हय्या भी शामिल है. आइए जानते हैं हमास चीफ बनने की दौड़ में कितने नाम शामिल हैं.
1. खालिद मशाल
हमास चीफ बनने की रेस में खालिद मशाल का नाम शामिल है. वह हमास का पूर्व नेता रह चुका है. खालिद मशाल को साल 1997 में इजराइल के एजेंटों ने जॉर्डन में मारने की कोशिश की थी. उसे जहर का इंजेक्शन दे दिया था लेकिन फिर भी वह बच गया. बाद में मिशाल हमास का नेता बन गया. खालिद मिशाल फिलस्तीन और हमास की तरह ही इजराइल के कब्जे से गाजा को मुक्त करवाना चाहता है.
2. खलील अल-हय्या
हमास प्रमुख बनने की दौड़ में खलील अल हय्या भी शामिल है. खलील अल हय्या हमास के कतर स्थित राजनीतिक ब्यूरो के सदस्य के रूप में मौजूदा समय में दोहा में रहता है. वह हमास की ओर से इजराइल के साथ शांति वार्ता के प्रमुख वार्ताकार रहा है. खलील अल हय्या को ईरान का पसंदीदा बताया जाता है. साल 2007 में इजराइल ने हय्या के घर पर हवाई हमले कर मारने की कोशिश की थी लेकिन वह बच निकला था. इस हमले में उसके परिवार के सदस्य मारे गए थे. खलील अल-हय्या को हमास के पूर्व चीफ इस्माइल हानिया के मारे जाने के बाद संभावित उत्तराधिकारी माना जा रहा था लेकिन उस समय याह्या सिनवार को यह पद मिल गया था.
3. मूसा अबू मरजौर्क
हमास का नेतृत्व करने की रेस में मूसा अबू मरजौर्क का नाम भी शामिल है. वह हमास के संस्थापकों में से एक है. उसने संयुक्त अरब अमीरात से सियासत शुरू की थी. मूसा फिलस्तीनी मुस्लिम ब्रदरहुड की शाखा स्थापित की थी. इतना ही नहीं उसने यूएस में इस्लामिक संस्थाओं की स्थापना की थी. 90 के दशक में उसपर आतंकी हमलों की फंडिंग करने का आरोप लगा था. इसके बाद अमेरिका में उसे गिरफ्तार किया गया था. वह 22 महीने तक मैनहट्टन जेल में भी रहा. बाद में अमेरिका ने एक समझौते के बाद उसको जॉडर्न निर्वासित कर दिया था. कहा जाता है कि वह हमास के वित्तीय मामलों को संभालता है.
4. महमूद अल-जहर
हमास चीफ याह्या सिनवार के मारे जाने के बाद उसकी जगह लेने के लिए महमूद अल-जहर भी तैयार है. वह हमास का संस्थापक सदस्यों में से एक है. महमूद अल-जहर रूढ़िवादी और कट्टरपंथी माना जाता है. वह इजराइल के साथ हथियारबंद लड़ाई की बात करता है तो वहीं गाजा में शासन को लेकर भी नीतियां तय करता है. इजराइल ने महमूद अल-जहर को साल 1992 और 2003 में मारने की कोशिश की थी लेकिन वह बच निकला था.अल-जहर को साल 2006 में फिलिस्तीनी विधान परिषद का सदस्य चुना गया था. वह हमास सरकार का पहला विदेश मंत्री रह चुका है.
5. मोहम्मद सिनवार
याह्या सिनवार का भाई मोहम्मद सिनवार भी हमास चीफ बनने की दौड़ में शामिल है. वह अपने भाई जैसा ही कट्टर विचारधारा वाला है. वह हमास की सेना में काफी समय से सक्रिय है. मोहम्मद सिनवार के हमास की कमान संभालने को लेकर अमेरिका भी चिंता जता चुका है. यूएस का कहना है कि यदि सिनवार हमास का चीफ बनता है तो इजराइल और हमास के बीच शांति वार्ता की संभावना कम हो जाएगी. इससे युद्ध को थमने में वक्त लग सकता है. इजराइल ने मोहम्मद सिनवार को मारने की भी कई बार कोशिश की थी लेकिन वह हर बार बचने में कामयाब रहा.