जब से कोविड-19 महामारी ने दुनिया को प्रभावित किया है, लोगों के लिए जीवन समान नहीं रहा है. मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग, सैनिटाइजर और लॉकडाउन से लेकर वर्क फ्रॉम होम तक सब अब न्यू नॉर्मल बन गया है. हाल के दिनों में, लॉकडाउन के दौरान और बाद में, कई ऑफिस और ऑर्गनाइजेशन ने अपने कर्मचारियों को घर से काम करने की अनुमति दे दी है. चूंकि अब कोरोना वायरस के मामलों में कमी आ रही है इसलिए कई ऑर्गनाइजेशन ने अपने कर्मचारियों को वापिस ऑफिस आने के लिए कहा है. हालांकि, इनमें से कई ऐसे हैं जिन्होंने अभी भी अपने एम्प्लॉइज को घर से काम करने की अनुमति दी हुई है.
इसी वर्किंग कल्चर को अपनाते हुए नीदरलैंड में वर्क फ्रॉम होम को कानूनी अधिकार बनाने की योजना पर काम चल रहा है.
लोअर हाउस में हो चुका है बिल पास
दरअसल, पिछले हफ्ते डच पार्लियामेंट के लोअर हाउस ने इस संबंध में बिल पारित किया था. अब बस इसे अंतिम और अपर हाउस की मंजूरी मिलना बाकि है. बता दें, इस कानून को स्टीवन वैन और सेना माटौग इन दो सांसदों ने पेश किया है.
वर्तमान में, नीदरलैंड में एम्प्लॉयर्स बिना कोई कारण बताए अपने कर्मचारियों को घर से काम करने के लिए परमिशन नहीं देते हैं. वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के अनुसार, बिल पेश करने वाले सांसद ने कहा, "यह उन्हें बेहतर वर्क लाइफ और आने-जाने में लगने वाले समय को कम करने में मदद करेगा."
फ्लेक्सिबल वर्किंग एक्ट का विस्तार
गौरतलब है कि नीदरलैंड में साल 2015 में एक एक्ट लागू किया गया था जिसके था था फ्लेक्सिबल वर्किंग एक्ट. इसमें कर्मचारियों को काम के घंटे, शेड्यूल में बदलाव और काम की जगह में बदलाव की अपील का अधिकार दिया गया था. इस जिस बिल को पेश किया गया है इसे इसी फ्लेक्सिबल वर्किंग एक्ट का विस्तार बताया जा रह है.