मेहुल चोकसी एंटीगुआ से बेल्जियम पहुंचा और वहां से स्विट्जरलैंड भागने की योजना बना रहा था। भारतीय जांच एजेंसियों के दबाव पर बेल्जियम पुलिस ने उसे 12 अप्रैल को गिरफ्तार कर लिया। चोकसी ने स्विट्जरलैंड के एक अस्पताल में ब्लड कैंसर के इलाज के लिए फर्जी दस्तावेज जमा किए थे। 2018 में मुंबई की एक अदालत ने उसके खिलाफ नॉन-बेलेबल वारंट जारी किया था।